जेट एयरवेज को छह महीने में उड़ाने की तैयारी कर रहे मुरारी लाल जालान, जानिए कौन हैं नरेश गोयल की कंपनी को नया जीवन देने वाले कारोबारी
जेट एयरवेज 2021 की गर्मियों में फिर से सेवा शुरू कर सकती है। अब इसके नए मालिक मुरारीलाल जालान हैं। उनका कारोबार कई देशों में हैं।

बड़े नुकसान और वित्तीय संकट की वजह से बंद बड़ी जेट एयरवेज को अब नई उड़ान मिलने जा रही है। नए ओनर्स की योजना है कि जल्द से जल्द घरेलू सेवाएं शुरू कर दी जाएं और इसके बाद यूरोप और पश्चिमी एशिया तक भी उड़ान भरी जाए। कारोबारी मुरारी लाल जालान 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अब एयरलाइन के नए मालिक हैं। अप्रैल 2019 से जेट एयरवेज जमीन पर ही है। एयरलाइन के बंद होने के बाद हजारों लोगों की नौकरियां चली गई थीं। जालान के एक करीबी ने बताया कि जून 2021 तक इस एयरलाइन के विमान एक बार फिर आसमान में दिखाई दे सकते हैं।
मुरारी लाल जालान के अलावा लंदन के फाइनैंशल अडवाइजरी फर्म कालरॉक कैपिटल की 14 फीसदी हिस्सेदारी है। ई वोटिंग के जरिए मुरारीलाला जालाना औऱ फ्लोरिएन फ्रिट्स का रेज्योलूशन प्लान मंजूर किया गया था। एयरलाइन की स्थापना नरेश गोयल ने की थी।
कौन हैं मुरारीलाल जालान?
मुरारीलाल जालान एमजे डिवेलपर्स के मालिक हैं और उनका कारोबार यूएई, भारत, रूस औऱ उजबेकिस्तान तक फैला हुआ है। वह रियल एस्टेट से लेकर पेपर ट्रेडिंग तक का कारोबार करते हैं। माइनिंग, ट्रेडिंग, एफएमसीजी, ट्रैवल ऐंड टूरिजम और कंस्ट्रक्श में भी उन्होंने निवेश किया है। वह हेल्थकेयर भी संबद्ध हैं हालांकि उड्डयन क्षेत्र में वह पहली बार हाथ आजमा रहे हैं।
मुरारीलाल जालान का जन्म रांची में हुआ था और उनकी शुरुआती शिक्षा भी यहीं से हुई। कोलकाता में उन्होंने 1980 में छोटे व्यवसाय से शुरुआत की। उनके परिवार का पेपर ट्रडिंग का बिजनस था। मुरारीलाल ने शुरुआत यहीं से की और इसके बाद फोटोग्राफ इमेजिंग औऱ इससे जुड़े उपकरणों को सप्लाइ करने का काम करने लगे। 2003 में पेपर बिजनस को बढ़ाने के लिए जालान ने कोलकाता के कनोई पेपर ऐंड इंडस्ट्रीज को अक्वायर कर लिया और इसे ऐजियो पेपर्स का नाम दे दिया। 2010 में प्रदूषण संबंधित मामले में कंपनी पर केस हो गया औऱ यह बंद हो गई। इसके बाद उन्होंने रियल एस्टेट और हेल्थकेयर सेक्टर में किस्मत आजमाई।
2015 में जालान ने नरेश त्रेहान की कंपनी और असोसिएट हेल्थ सर्विसेज में निवेशस किया। वे जालान की मदद से दुबई में अस्पताल बनाना चाहते थे लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है। जब उन्होंने दुबई में कारोबार बढ़ाया तो कंपनी का नाम एमजे डिवेलपर्स कर दिया। मुख्यतः रियल एस्टेट की यह कंपनी इस वक्त उजबेकिस्तान में बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। उजबेकिस्तान की सरकार के साथ मिलकर जालान काम कर रहे हैं। 1991 में आजाद हुआ यह देश अभी विकास की सीढ़ियां चढ़ रहा है।
बताया जाता है कि स्वामी रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के साथ भी मुरारी लाल जालाने के संबंध रहे हैं। हालांकि दोनों की ही तरफ इस बारे में कोई औपचारिक जानकारी नहीं है। कंसोर्टियम के मुताबिक एयरलाइन में 1000 करोड़ का निवेश किया जाना है। रेग्युलेटरी क्लियरेंस के बाद ओनर इसमें और ज्यादा पैसा भी लगा सकते हैं।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन, टेलीग्राम पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App। Online game में रुचि है तो यहां क्लिक कर सकते हैं।