ALIBABA के संस्थापक जैक मा ने छोड़ी चेयरमैन की कुर्सी, डेनियल झांग ने संभाली कमान
जैक मा (55) ने 1999 में अलीबाबा की स्थापना की थी। उन्होंने चीन के निर्यातकों को सीधे अमेरिकी खुदरा विक्रेताओं से जोड़ने के लिये अलीबाबा ई- वाणिज्य कंपनी को खड़ा किया। इसके बाद कंपनी ने अपना कार्य क्षेत्र बदलते हुये चीन के बढ़ते उपभोक्ता बाजार में आपूर्ति बढ़ाने का काम शुरू किया।

दुनिया की सबसे बड़ी ई- वाणिज्य कंपनी अलीबाबा समूह के संस्थापक जैक मा ऐसे समय कंपनी के चेयरमैन पद से हट रहे हैं जब अमेरिका- चीन के बीच व्यापार युद्ध के चलते तेजी से बदलते उद्योग क्षेत्र में अनिश्चितता का दौर चल रहा है। जैक मा ने मंगलवार को अपना पद छोड़ दिया। उनका चेयरमैन पद से हटने का कार्यक्रम एक साल पहले तय कर लिया गया था। हालांकि, वह अलीबाबा पार्टनरशिप के सदस्य बने रहेंगे। यह 36 लोगों का समूह है जिन्हें कंपनी के निदेशक मंडल में बहुमत सदस्यों को नामांकित करने का अधिकार है। अब कंपनी के सहसंस्थापक डेनियल झांग जैक मा के स्थान पर बागडोर संभालेंगे।
जैक मा (55) ने 1999 में अलीबाबा की स्थापना की थी। उन्होंने चीन के निर्यातकों को सीधे अमेरिकी खुदरा विक्रेताओं से जोड़ने के लिये अलीबाबा ई- वाणिज्य कंपनी को खड़ा किया। इसके बाद कंपनी ने अपना कार्य क्षेत्र बदलते हुये चीन के बढ़ते उपभोक्ता बाजार में आपूर्ति बढ़ाने का काम शुरू किया। जून में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी के 16.7 अरब डालर के कुल कारोबार में उसके घरेलू व्यावसाय का हिस्सा 66 प्रतिशत रहा है।
हांगझू स्थित कंपनी की 10 सितंबर यानी आज 2019 को 20वीं वर्षगांठ है। झांग इससे पहले ताओबाओ के सीईओ थे, जो अलीबाबा के स्वामित्व वाली ऑनलाइन शॉपिंग पॉर्टल है। जैक मा 2020 तक अलीबाबा समूह के निदेशक मंडल के सदस्य बने रहेंगे। पद छोड़ने की घोषणा करते हुए जैक मा ने कंपनी के शेयरधारकों और कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा था, “अगले 12 महीनों तक कंपनी का कार्यकारी अध्यक्ष बने रहने के दौरान मैं डेनियल झांग के साथ मिलकर काम करूंगा ताकि वह सुचारू ढंग से बागड़ोर पूरी तरह से संभाल सकें।
फिलहाल, अलीबाबा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। पद छोड़ने के बाद वह अब शिक्षण की ओर लौटना चाहते हैं। वह कहते हैं, “मैं अब शिक्षण की ओर लौटना चाहता हूं, जो मुझे बेहद पसंद है। यह दुनिया बहुत बड़ी है और मैं अभी भी युवा हूं इसलिए मैं अब नई चीजें करना चाहता हूं। बयान के मुताबिक, वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी की आमदनी 39.9 अरब डॉलर थी।
भाषा के इनपुट के साथ।