दो विदेशी कंपनियों का अधिग्रहण करेगी Wipro, जानिए कितना टैक्स देती है अजीम प्रेमजी की ये कंपनी
अजीम प्रेमजी की कंपनी विप्रो ने हर बार की तरह साल 2020 में भी अपने एनुअल रिपोर्ट में मुनाफा और टैक्स समेत अन्य जानकारियां दी थी।

भारत के सबसे बड़े दानवीर की बात होती है तो अजीम प्रेमजी का नाम सबसे पहले आता है। विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी देश के टॉप अरबपतियों में भी शुमार हैं। विप्रो ने बीते एक महीने में दो विदेशी कंपनियों के अधिग्रहण का ऐलान किया है। बहरहाल, आज हम आपको बताएंगे कि अजीम प्रेमजी की कंपनी कितना टैक्स देती है।
कितना टैक्स देती है विप्रो: अजीम प्रेमजी की कंपनी विप्रो ने हर बार की तरह साल 2020 में भी अपने एनुअल रिपोर्ट में मुनाफा और टैक्स समेत अन्य जानकारियां दी थी। इसके मुताबिक कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 में 24,799 मिलियन रुपये के टैक्स की जानकारी दी है। हालांकि, इससे एक साल पहले के मुकाबले ये कम है। वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी ने 25,242 मिलियन रुपये टैक्स देने की बात कही है।
आपको बता दें कि विप्रो ने बीते कुछ महीनों में दो विदेशी कंपनियों के अधिग्रहण के बारे में बताया है। हाल ही में लंदन की कंपनी कैपको को 1.45 अरब डालर (10,500 करोड़ रुपये) में खरीदने का ऐलान किया है। कैप्को का मुख्यालय लंदन में है।
भारतीय कंपनी द्वारा किसी कंपनी को खरीदने का सबसे बड़ा सौदा है। इसके अलावा विप्रो ने 11.70 करोड़ डॉलर (करीब 857 करोड़ रुपये) में ऑस्ट्रेलिया स्थित साइबर सुरक्षा उपलब्ध कराने वाली कंपनी एम्पिओन का अधिग्रहण भी करेगी। (ये पढ़ें-Pallonji Mistry vs Azim Premji: दौलत में एक-दूसरे को टक्कर दे रहे भारत के कारोबारी)
अजीम प्रेमजी की दौलत कितनी: ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक अजीम प्रेमजी की दौलत 26.8 बिलियन डॉलर है और वह आयरिश नागरिकता ले चुके भारतीय कारोबारी पलोनजी मिस्त्री से कुछ कदम दूर हैं। शापूरजी पलोनजी समूह के मुखिया पलोनजी मिस्त्री की दौलत 27.5 बिलियन डॉलर है और वह दुनिया के 52वें सबसे अमीर अरबपति हैं।
आपको बता दें कि अजीम प्रेमजी ने साल 2020 में कुल 7,904 करोड़ रुपये दान दिए हैं। अगर हर दिन के हिसाब से देखें तो लगभग 22 करोड़ रुपये होते हैं। वह भारत के सबसे बड़े दानवीर के तौर पर जाने जाते हैं। (ये पढ़ें-भारत के लिए एलन मस्क की बड़ी तैयारी)
फिलहाल, विप्रो कंपनी की कमान अजीम प्रेमजी के बेटे प्रेमजी के पास है। अजीम प्रेमजी ने 53 साल तक इस कंपनी की कमान संभाली। विप्रो की बात करें तो इस वक्त देश की चार सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है।