इबोला से लड़ने के लिए एक करोड़ डॉलर देगा भारत
इबोला के दुष्प्रभाव से निपटने के लिए वैश्विक पहल में मदद करने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है जिसके तहत उसने एक करोड़ डॉलर के योगदान का वायदा किया। इस राशि को एक वैश्विक कोष में स्थानांतरित किया जाएगा, जिसका गठन इस […]
इबोला के दुष्प्रभाव से निपटने के लिए वैश्विक पहल में मदद करने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है जिसके तहत उसने एक करोड़ डॉलर के योगदान का वायदा किया। इस राशि को एक वैश्विक कोष में स्थानांतरित किया जाएगा, जिसका गठन इस विनाशकारी वायरस के खतरे से निपटने के लिए किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत अशोक कुमार मुखर्जी और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के ईबोला संबंधी कोष के कार्यकारी संयोजक यानिक ग्लेमारेक ने एक मानक प्रशासनिक व्यवस्था पर हस्ताक्षर किये।
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक ‘‘भारत इबोला के खतरे से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मौजूदा पहल में योगदान करने के लिए तैयार और प्रतिबद्ध है।’’
भारत ने सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र के दौर पर जाने से पहले इस कोष में एक करोड़ डालर के योगदान की घोषणा की थी और इबोला से निपटने के लिए हिफाजती साजो-सामान खरीदने के लिए 20 लाख डॉलर की अतिरिक्त राशि देने का वायदा किया था। इस समझौते पर हस्ताक्षर से इबोला कोष में भारतीय योगदान के हस्तांतरण का रास्ता साफ हो गया है।