अडानी पावर के निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर समाने आई है। अडानी पावर की प्रमोटर कंपनी अडानी प्रॉपर्टीज ने कंपनी को डी-लिस्ट करने का प्रस्ताव वापस ले लिया है। इसका मतलब है कि अब अडानी पावर शेयर बाजार में लिस्टेड रहेगी और इसके खरीद और बिक्री पर किसी तरह की रोक नहीं होगी। जब किसी कंपनी को शेयर मार्केट से डी-लिस्ट किया जाता है, तो उस कंपनी के शेयर की खरीद और बिक्री नहीं किया जा सकता है।
कंपनी ने एक नियामकीय फाइलिंग में कहा कि उसे प्रवर्तक समूह के एक सदस्य से एक पत्र मिला है, जिसमें डीलिस्टिंग प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की गई है। अडानी पावर को कंपनी के प्रमोटर और प्रमोटर समूह के एक सदस्य अडानी प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड से 17 सितंबर, 2022 को डी-लिस्ट करने का प्रस्ताव वापस लेने का पत्र स्टॉक एक्सचेंज को भेजा गया था।
बीएसई फाइलिंग ने बताया कि 29 मई, 2020 को डीलिस्टिंग करने का प्रस्ताव और बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड को भेजा गया था। कंपनी के इक्विटी शेयरों को स्वेच्छा से यहां से हटाने का प्रस्ताव भेजा था। हालांकि अब इस प्रस्ताव को एक पत्र के माध्यम से जानकारी देकर वापस ले लिया है।
कंपनी अन्य बातों के साथ-साथ कंपनी के निदेशक मंडल द्वारा निकासी पत्र को रिकॉर्ड में लेने सहित आवश्यक कदम उठाएगी। अडानी प्रॉपर्टीज ने कहा कि कंपनी को अभी तक स्टॉक एक्सचेंजों की ओर से डीलिस्टिंग ऑफर के लिए मंजूरी नहीं मिली है। स्टॉक एक्सचेंजों की सैद्धांतिक मंजूरी नहीं मिलने के कारण, कंपनी और एपीपीएल आगे बढ़ने में असमर्थ हैं।
अडानी प्रॉपर्टीज ने पत्र में कहा कि डिलिस्टिंग ऑफर और इसके परिणामस्वरूप डीलिस्टिंग ऑफर के साथ आगे बढ़ने और स्वैच्छिक डीलिस्टिंग प्रक्रिया को लागू करने में काफी और महत्वपूर्ण देरी हुई है। अडानी प्रॉपर्टीज ने कंपनी के निदेशक मंडल से अनुरोध किया है कि वह अपने निकासी प्रस्ताव पर ध्यान दें और इसे प्रभावी करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
बता दें कि अडानी प्रॉपर्टीज के पास अडानी पावर के 289,16,12,567 पूरी तरह से भुगतान किए गए इक्विटी शेयर है, प्रत्येक इक्विटी शेयर का प्राइज 10 रुपये प्रति शेयर है, जो सामूहिक होल्डिंग जारी और बकाया इक्विटी के 74.97 प्रतिशत से बराबर है।
अडानी पावर बोर्ड ने डीलिस्टिंग ऑफर के तहत जनता के साथ 96.53 करोड़ इक्विटी शेयर (25.03 फीसदी इक्विटी) करीब 3,264 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए 33.82 रुपये फ्लोर प्राइस प्रति इक्विटी शेयर को मंजूरी दी थी।