बजट में रियल एस्टेट को बूस्ट की उम्मीद, सीमेंट-स्टील को लेकर सरकार बना सकती है ये नई स्ट्रैटजी
हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सीमेंट और स्टील की बढ़ती कीमतों पर चिंता जाहिर करते हुए नए विकल्प पर जोर दिया है। माना जा रहा है कि इसके लिए बजट में प्रावधान किए जा सकते हैं।

देश का आम बजट (वित्त वर्ष 2021-22) पेश होने वाला है। ये बजट कई मायने में खास है। कोरोन के संकट के दौर में पहली बार आम बजट पेश होने वाला है। इस बार रियल एस्टेट सेक्टर को बूस्ट देने पर जोर दी जा सकती है।
इसके लिए होम लोन पर टैक्स छूट के दायरे को बढ़ाने के अलावा रियल एस्टेट से जुड़े मैटेरियल को सस्ता करने को लेकर प्लान बनाए जाने की उम्मीद है। दरअसल, सरकार सीमेंट और स्टील उत्पाद के सस्ते विकल्प को लेकर गंभीरता से विचार कर रही है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इसकी चर्चा की है।
आपको बता दें कि गडकरी ने सीमेंट और स्टील की बढ़ती कीमतों पर चिंता जाहिर करते हुए नए विकल्प पर जोर दिया है। माना जा रहा है कि इसके लिए बजट में प्रावधान किए जा सकते हैं। इसके अलावा सरकार स्टेनलेस स्टील से बने चादर समेत अन्य फ्लैट उत्पादों के विनिर्माण में लगने वाले कच्चे माल पर सीमा शुल्क समाप्त करने पर विचार कर सकती है।
RICS दक्षिण एशिया के एमडी निमिष गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन और कोरोना की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर प्रभावित हुआ है, लेकिन उम्मीद है कि सरकार इसे उबारने में मदद करेगी। बजट में होम लोन पर छूट, ब्याज सब्सिडी, जीएसटी कटौती जैसे कदम उठाए गए तो यह हाउसिंग सेक्टर में तेजी लाने वाले कदम साबित हो सकते हैं।
इंडस्ट्री चैम्बर फिक्की ने तो ब्याज वाले हिस्से की छूट सीमा 2 से बढ़ाकर 10 लाख तक करने की मांग की है। इससे इस संकट के दौर में रियल एस्टेट कारोबार में कुछ जान फूंकी जा सकती है। इस बीच, नाइट फ्रैंक इंडिया-फिक्की-नारेडको के एक सर्वे में बताया गया कि आवासीय के साथ-साथ कार्यालय संपत्तियों की मांग में सुधार से अगले छह माह के लिए रियल एस्टेट का आउटलुक सकारात्मक है।