ई वॉलेट की केवाईसी कराने की आखिरी तारीख आज, KYC के बिना होंगी ये दिक्कत
E-wallet KYC: जो लोग ई-वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें अब आधार आथेंटिफिकेशन कराना होगा। आरबीआई यूजर्स की सुरक्षा के साथ ट्रांजेक्शन को पारदर्शी भी बनाना चाहता है इसी वजह से केवाईसी इतनी जरूरी है।

आप ई वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं और आपने अभी तक अपने वॉलेट की केवाईसी या ई केवाईसी प्रक्रिया को पूरा नहीं किया है तो आपके लिए दिक्कत हो सकती है। घबराने की जरूरत नहीं है, अगर आपके वॉलेट में पैसे हैं तो वह डूबेंगे नहीं। आप इन पैसों को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर पाएंगे। हां लेकिन अगर आप अपने वॉलेट का इस्तेमाल आगे भी करना चाहते हैं तो आपको केवाईसी करानी होगी। क्योंकि 1 मार्च से वॉलेट में पैसे डालने के लिए केवाईसी की जरूरत पड़ेगी।
जो लोग ई-वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें अब आधार आथेंटिफिकेशन कराना होगा। अगर आप पेटीएम का इस्तेमाल करते हैं और अपने वॉलेट का ई-केवाईसी नहीं कराया है तो वॉलेट में पैसा जोड़ने की प्रक्रिया के दौरान ही आपसे ऐसा करने को कहा जाएगा। यह दरअसल एक फॉर्म होता है जिसमें आपको अपना नाम (जो आधार में दर्ज है), आधार संख्या और पैन नंबर की जानकारी देनी होगी। वेरिफिकेशन एड्रेस में आपका वही एड्रेस जुड़ जाएगा जो आपके आधार में दर्ज होगा। यह प्रक्रिया काफी आसान है। आपको बता दें कि आरबीआई यूजर्स की सुरक्षा के साथ ट्रांजेक्शन को पारदर्शी भी बनाना चाहता है इसी वजह से केवाईसी इतनी जरूरी है।
ई-वॉलेट में आपके पैसे की पूरी सुरक्षा अभी एक चुनौती बनी हुई है। इसीलिए आरबीआई अब वॉलेट ग्राहकों की केवाईसी अनिवार्य करने जा रही है। अक्टूबर 2017 में आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी कर सभी मोबाइल वॉलेट सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों से अपने ग्राहकों का केवाईसी नॉर्म पूरा करने को कहा था। ऐसे में जितने भी लोग तय समय में अपनी केवाईसी नॉर्म पूरी नहीं कराएंगे उनका अकाउंट मार्च में कभी भी बंद हो सकता है।
मोबाइल वॉलेट की ई-केवाईसी न कराने पर सिर्फ इतना होगा कि आप अपने वॉलेट में और पैसे नहीं जोड़ पाएंगे। हालांकि अभी तक आपके वॉलेट में जो भी पैसा पड़ा होगा उसका इस्तेमाल आप कभी भी कर सकेंगे, ऐसा करने में आपको कोई परेशानी नहीं होगी। हालांकि अगर आप अपने वॉलेट में और पैसा जोड़ना चाहेंगे तो आपको ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। आप अपने आधार कार्ड की मदद से ईकेवाईसी को पूरा कर लेंगे तो आप इसका लगातार इस्तेमाल कर पाएंगे। आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार, ग्राहक केवाईसी की न्यूनतम शर्तों को पूरा कर ई वॉलेट या प्रीपेड इन्स्ट्रूमेंट के जरिये दस हजार रुपये तक का लेनदेन कर सकते हैं।