Amazon और Future Retail के बीच विवाद खत्म करने के लिए हो रही बातचीत विफल रही है। अमेरिकी समूह ने फ्यूचर ग्रुप में निवेश किए गए 200 मिलियन डॉलर लौटाने की मांग रखी है। रॉयटर्स के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और फ्यूचर ग्रुप (Future Group) ने साल 2020 में 3.4 बिलियन डॉलर की डील की घोषणा की थी। इसके तहत, फ्यूचर रिटेल की संपत्तियों को रिलायंस खरीदने वाली थी। लेकिन, अमेजन ने कॉन्ट्रैक्ट के उल्लंघन का हवाला देते हुए महीनों तक इस डील को रोककर रखा, जबकि फ्यूचर ग्रुप ने इस तरह की किसी भी बात से इनकार किया था। फ्यूचर ग्रुप का कहना था कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है।
अभी भी विभिन्न संबंधित पक्षों के मामले कोर्ट में लंबित हैं। सुप्रीम कोर्ट में जारी सुनवाई के बीच, इस बात की उम्मीद लगाई जा रही थी दोनों पक्ष ऑउट ऑफ कोर्ट सेटलमेंट कर लेंगे। वहीं, मंगलवार को दोनों पक्षों ने विवाद की सुनवाई कर रहे सुप्रीम कोर्ट को बताया कि बातचीत विफल हो गई थी। अमेजॉन ने दोनों पक्षों रिलायंस इंडस्ट्रीज और फ्यूचर ग्रुप की आलोचना करते हुए अखबारों में विज्ञापन छपवाए थे।
विवाद खत्म करने के लिए हो रही बातचीत के बारे में करीब से जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि अमेजॉन के प्रतिनिधियों ने फ्यूचर को अवगत कराया है कि यह विवाद समाप्त हो सकता है अगर 2019 में फ्यूचर यूनिट में निवेश किए गए 200 मिलियन डॉलर अमेरिकी कंपनी को वापस मिल जाते हैं।
हालांकि, फ्यूचर ग्रुप ने इसके बदले, रिलायंस के टेक ओवर के बाद ग्रुप के पास बची किसी एक कंपनी में हिस्सेदारी देने का ऑफर किया है। कंपनी का कहना है कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। सूत्रों का कहना है कि फ्यूचर ग्रुप के इस ऑफर को अमेजॉन ने ठुकरा दिया है। एक सूत्र का कहना है कि विवाद खत्म करने के लिए हो रही बातचीत के कई फैक्टर्स हैं। अमेजॉन ने निवेश की जो रकम लौटाने की मांग की है वह महज मिनिमम है।