रक्षा मंत्रालय ने रक्षा पेंशन भोगियों से मासिक पेंशन की सुचारू प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 25 मई तक अपनी वार्षिक पहचान पूरी करने का बुधवार को अनुरोध किया।
मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार तक प्राप्त आंकड़ों के सत्यापन से यह पता चलता है कि ऑनलाइन पेंशन वितरण प्रणाली ‘स्पर्श’ का चयन करने वाले 43,774 रक्षा पेंशनभोगियों ने अपनी वार्षिक पहचान न तो ऑनलाइन और न ही अपने संबंधित बैंकों के माध्यम से पूरी की है।
वहीं, रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि ‘‘2016 से पहले सेवानिवृत्त एवं पेंशन की पुरानी प्रणाली पर बने पुराने पेंशनभोगियों के मामले में यह सूचित किया जाता है कि लगभग 1.2 लाख पेंशनभोगियों ने उपलब्ध किसी भी माध्यम से अपनी वार्षिक पहचान प्रक्रिया पूरी नहीं की है।’’
इस महीने की शुरुआत में 58,275 रक्षा पेंशनभोगियों को मासिक पेंशन के वितरण में देरी हुई, क्योंकि उनके बैंक 30 अप्रैल तक उनकी वार्षिक पहचान की पुष्टि नहीं कर सके। रक्षा मंत्रालय ने चार मई को इन 58,275 प्रभावित कर्मचारियों को एक बार की विशेष छूट देते हुए कहा था कि अप्रैल की पेंशन उसी दिन जमा की जाएगी। हालांकि, मंत्रालय ने तब इन 58,275 पेंशनभोगियों को 25 मई तक अपनी वार्षिक पहचान कराने को कहा था।
बता दें, पिछले महीने अप्रैल में रक्षा मंत्रालय ने पेंशन न भुगतान करने को लेकर एक स्पष्टीकरण जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि जांच प्रक्रिया में यह बात सामने आई है कि करीब 3 लाख 30 हजार पेंशन भोगियों ने अपना वेरिफिकेशन नहीं कराया था। 25 अप्रैल तक 2.65 लाख पेंशन भोगियों ने अपना वेरिफिकेशन करा लिया है, जबकि अभी भी करीब 58 हजार पेंशन भोगियों यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है लेकिन उनकी भी पेंशन भुगतान के आदेश जारी कर दिए हैं।
पेंशन प्रक्रिया में आ रही परेशानी पर रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि बैंकों को हर साल नवंबर में सेवानिवृत्त कर्मियों की पहचान के लिए वेरिफिकेशन किया जाता है। हालांकि कोरोना के कारण पिछले वर्ष इसे 30 नवंबर 2021 से बढ़ाकर 31 मार्च 2022 तक कर दिया गया था, जिसे अब 25 मई तक बढ़ा दिया गया है।