गौतम अडानी को बजट वाला दिन खासा मुफीद नहीं रहा। अडानी इंटरप्राइजेज का FPO एक दिन पहले ही बंद हुआ था। शुरुआती रिपोर्ट काफी खुशफहमी वाली रहीं। कंपनी अपनी कामयाबी पर बाग-बाग थी। हिंडनबर्ग से मजबूती से लड़ाई लड़ने का मन बना रही थी। लेकिन इधर मोदी सरकार ने बजट पेश किया और दूसरी तरफ अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर 26.70 लुढ़क गया। अमेरिकी एजेंसी क्रेडिट सुईस की रिपोर्ट ने आग में घी का काम किया। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अमेरिकी क्रेडिट एजेंसी की रिपोर्ट अडानी ग्रुप के लिए घातक साबित हुई।
दलाल स्ट्रीट भी अडानी के शेयर की इस गिरावट से सहम गई। अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर का गिरना अडानी ग्रुप के लिए एक बड़ा झटका है। शाम होते होते अडानी ग्रुप के बोर्ड की मीटिंग हुई और फैसला हुआ कि FPO वापस लिया जाएगा। निवेशकों के पैसे वापस किए जाएंगे। ग्रुप का कहना है कि ये हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि सच्चाई को स्वीकार करके इसे रद करें।
फिलहाल गौतम अडानी दुनिया के शीर्ष अरबपतियों की लिस्मेंट में भी बुरी तरह से पिछड़ गए हैं। वह अब सबसे अमीर एशियाई या भारतीय नहीं हैं। मुकेश अंबानी एक बार फिर भारत और एशिया के सबसे धनी व्यक्ति बन गए हैं। अंबानी पिछले साल अप्रैल में अडानी से पिछड़ गए थे। अडानी एक सप्ताह पहले फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में दुनिया के तीसरे सबसे धनी व्यक्ति थे और वह बुधवार को 15वें स्थान पर फिसल गए। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट जारी है। अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
फोर्ब्स के अनुसार 83.7 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ अंबानी उसकी लिस्ट में 9वें स्थान पर हैं। अडानी की संपत्ति में पिछले साल 44 अरब डॉलर का इजाफा हुआ था। लेकिन पिछले एक सप्ताह में उनकी संपत्ति तेजी से घटी है। वह इस समय वैश्विक अरबपतियों की सूची में 75.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 15वें स्थान पर हैं। पिछले एक सप्ताह में अडानी समूह की कंपनियों ने 90 अरब अमेरिकी डॉलर गंवा दिए हैं।
बजट के दिन उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स चढ़ा, निफ्टी फिसला
बजट के दिन बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में खासा उतार-चढ़ाव देखा गया। बाजार के ऊपरी स्तर पर जाने के बाद मुनाफावसूली हावी होने से दोनों प्रमुख सूचकांक मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 158.18 अंक यानी 0.27 फीसदी की बढ़त के साथ 59,708.08 अंक पर बंद हुआ। बजट भाषण के समय सेंसेक्स 1,223.54 अंक तक उछला था लेकिन बाद में बिकवाली का सिलसिला चलने से इसने अपनी अधिकांश बढ़त गंवा दी।
उधर, एनएसई के सूचकांक निफ्टी में 45.85 अंक यानी 0.26 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी 17,616.30 अंक के स्तर पर बंद हुआ। आईटीसी ने सर्वाधिक 2.61 फीसदी की बढ़त हासिल की। टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक भी लाभ की स्थिति में रहे। बजाज फिनसर्व, भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में 5.65 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।