भारत में नौकरीपेशा लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इस वित्त वर्ष में अच्छे औद्योगिक विकास, निवेश के अच्छे माहौल और अधिसंरचना में विकास (Infrastructure Development) के चलते वेतन में औसत वृद्धि 9 फीसदी तक हो सकती है। माइकल पेज सैलरी रिपोर्ट 2022 के मुताबिक भारत में औसत वेतन कोरोना महामारी से पहले की वृद्धि दर मुकाबले अधिक तेजी के साथ बढ़ेगा। 2019 में वेतन में औसत वृद्धि 7 फीसदी थी।
स्टार्टउप कंपनियों में होगी अधिक तरक्की: रिपोर्ट में कहा गया कि देश में हाल ही में बने यूनिकॉर्न, स्टार्टउप और नए जमाने का व्यापार करने वाली कंपनियां अधिक ग्रोथ के कारण अपने यहां अच्छे टेलेंट को रोकने के लिए कर्मचारियों का वेतन अधिक तेजी के साथ बढ़ाएंगी। यह वृद्धि औसत 12 फीसदी तक हो सकती है। रिपोर्ट में बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज, प्रॉपर्टी और कंस्ट्रक्शन को ग्रोथ सेक्टर बताया है।
ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म के घर -घर तक पहुंचने के साथ और अन्य क्षेत्रों में डिजिटाइजेशन आने के कारण विशेषकर कंप्यूटर साइंस से आने वाले अनुभवी पेशेवरों को अन्य के मुकाबले अधिक वेतन मिल सकता है। आगे रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में उच्च वेतन वाली नौकरियां इसी सेक्टर से आएंगी।
कंपनियों में इन पेशेवरों की मांग: रिपोर्ट के मुताबिक देश की अच्छी यूनिवर्सिटी से स्नातक और परास्नातक कर आने वाले डाटा साइंटिस्ट (विशेषकर मशीन लर्निंग जानने वाले पेशेवर), वेब डेवलपर और क्लाउड आर्किटेक्ट की कंपनियों में अच्छी मांग है।
माइकल पेज वेतन रिपोर्ट 2022 में इस वित्त वर्ष के लिए जारी किया गए वेतन अनुमान भारत में अपने डेटा और नेटवर्क से प्राप्त जानकारी और तथ्यों पर आधारित है, जिसमें 2021 में किए गए नौकरी के विज्ञापन और प्लेसमेंट शामिल हैं।
इन पेशेवरों की 25 फीसदी बढेंगा वेतन: रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि कंपनियां अपने यहां टॉप टेलेंट,स्किल्ड लोगों और लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को रोकने के लिए प्रमोशन, स्टॉक इंसेंटिव आदि दे सकती है, इसके साथ ऐसे पेशेवरों का साल में 25 फीसदी तक वेतन बढ़ सकता है। वहीं, कहा गया है कि कोरोना का दौर अब पीछे छूट चुका है। सभी कंपनियां ग्रोथ पर अपना फोकस कर रही हैं।