Vodafone Idea: कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया के 16,133 करोड़ रुपये से अधिक के बकाए ब्याज को केंद्र सरकार ने इक्विटी में बदलने की मंजूरी दे दी है। बता दें कि शुक्रवार (3 फरवरी) को कंपनी ने शेयर बाजार को जानकारी दी कि केंद्र को 10 रुपये के मूल्य पर इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इस बकाये कर्ज को शेयर्स में बदलने के बाद वोडाफोन आइडिया में सरकार की 33 फीसदी इक्विटी होगी।
रिलायंस जियो ने किया कमजोर:
वोडाफोन आइडिया ब्रिटेन के वोडाफोन समूह और आइडिया सेल्युलर की भारत इकाई का एकीकरण रूप है। बता दें कि भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) के टेलीकॉम सेक्टर में प्रवेश करने से भारत में कई प्रतिद्वंद्वियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा और बाजार से बाहर होना पड़ा।
वहीं जियो की सक्रियता के चलते वोडाफोन आइडिया ने टेलीकाम सेक्टर में एक साथ आने का फैसला किया। वहीं वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने पिछले साल जनवरी में सरकार को बकाया राशि को इक्विटी में बदलने की मंजूरी दी थी। वहीं सरकार ने अब इसके लिए रास्ता साफ कर दिया है। फिलहाल वोडाफोन आइडिया में सरकार को 10 रुपये की वैल्यू पर शेयर किया जाएगा लेकिन शुक्रवार (3 फरवरी) को वोडाफोन आइडिया का शेयर 6.85 रुपये पर बंद हुआ। इसका मतलब सरकार के जिन भाव पर शेयर जारी किया गया मार्केट में उससे 31 फीसदी नीचे शेयर ट्रेड में रहा है।
दरअसल वोडाफोन आइडिया इन समय कर्ज में डूबी हुई है और उसे चलाने के लिए अच्छी संख्या में पूंजी की जरुरत है। हालांकि कंपनी की हालत को देखते हुए प्रमोटर कंपनी में पूंजी इनवेस्ट करने का रिस्क नहीं ले रहे हैं। वहीं सरकार की तरफ से भी साफ कर दिया गया था कि जब तक प्रमोटर अपनी पूंजी नहीं डालते, तबतक सरकार बकाये कर्ज के बदले में कंपनी के शेयर नहीं लेगी।
बता दें कि कंपनी के बकाये कर्ज को शेयर में बदलने का मसला पिछले एक साल लटका हुआ था। वहीं कंपनी के अधिकारियों ने टेलीकॉम और वित्त मंत्रालय के आला अधिकारियों के बीच हुई मुलाकात के बाद अब कर्ज को शेयर में बदलने का रास्ता साफ हुआ है।