खुशखबरी: RBI ने कार और बाइक मालिकों को दी बड़ी राहत, 31 अगस्त तक नहीं देनी होगी EMI! देखें क्या है पूरी रिपोर्ट
देश में करीब दो महीने लॉकडाउन है, और इसी के चलते आरबीआई ने घोषणा की थी कि सभी वाहनों की ईएमआई को 31 मई तक के लिए रोका जा सकता है। जिसे अब बढ़ाकार 31 अगस्त कर दिया गया है। यानी अगर आप अगले 3 महीने तक अपने लोन की EMI नहीं देते हैं तो बैंक आप पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डालेगा।

No Vehicle Loan EMI Till 31st August: कोरोना संकट में भारत की अर्थव्यवस्था लगभग डगमगा गई है, हजारों लोग बेरोजगार हो चुके हैं। इसी बीच RBI ने ग्राहकों को राहत देने के लिए ने बड़ी घोषणा की है। वर्तमान में जो लोग अपने वाहनों की ईएमआई (EMI) का भुगतान कर रहे हैं, या जो लोग नए वाहन को खरीदने का प्लान बना रहे हैं। इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा। RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने बताया कि “आरबीई ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है। यानी इसे 4.4% से घटाकर 4% कर दिया गया है।”
बता दें, देश में करीब दो महीने लॉकडाउन है, और इसी के चलते आरबीआई ने घोषणा की थी कि सभी वाहनों की ईएमआई को 31 मई तक के लिए रोका जा सकता है। जिसे अब बढ़ाकार 31 अगस्त कर दिया गया है। यानी अगर आप अगले 3 महीने तक अपने लोन की EMI नहीं देते हैं तो बैंक आप पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डालेगा। यह नियम कार और बाइक दोनों वहनों पर लागू होता है। जिससे इस संकट के बीच लोगों को कुछ राहत जरूर मिलेगी। बता दें कि RBI ने रेपो रेट में दूसरी बार कटौती की है, इससे पहले भी 27 मार्च को रेपो रेट में 0.75 फीसदी कटौती का ऐलान किया था
इस कदम का उद्देश्य कोरोनोवायरस (कोविड -19) महामारी के प्रभाव को कम करना है, और लोगों के पास उनकी जरूरत के लिए पैसा बचाना है। 27 मार्च को आरबीआई ने पहली बार तीन महीने के लिए लोन ईएमआई (EMI) ना लेने की योजना पेश की थी, और यह अब 31 मई को समाप्त होने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक यह निर्णय सोशल मीडिया पर कई लोगों द्वारा सरकार से अनुरोध करने के बाद लिया गया था ताकि इस संकट के समय में लोग अपने फाइनेंश्ल बोझ को कम कर सकें।
हालांकि आरबीआई के बयान के बाद यह पूरी तरह से बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को लागू करना होगा। इसके लिए आप अपनी लोन संस्था से इस विषय पर बात कर सकते हैं। बता दें, इन ईएमआई की शेष राशि को ग्राहक या तो लिए गए कुल लोन की रकम में शामिल कर सकते है, या अपने ईएमआई के कार्यकाल को बढ़ाने का भी विकल्प चुन सकते हैं।