पेट्रोल-डीजल की महंगाई के बीच सरकार का नए प्लान पर जोर, गडकरी ने कार कंपनियों से कही ये बात
नितिन गडकरी ने कहा है कि वे वैकल्पिक ईंधन के इस्तेमाल के लिए फ्लेक्स-इंजन वाले वाहनों का निर्माण करें। आपको बता दें कि देश में पेट्रोल और डीजल के दाम अपने उच्चतम स्तर हैं।

पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्र सरकार अब वैकल्पिक ईंधन पर फोकस कर रही है। इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वाहन कंपनियों से एक अहम बात कही है।
नितिन गडकरी ने कहा है कि वे वैकल्पिक ईंधन के इस्तेमाल के लिए फ्लेक्स-इंजन वाले वाहनों का निर्माण करें। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडिया ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान गडकरी ने फ्लेक्स-ईंधन वाहनों के लिए घरेलू प्रौद्योगिकी की जरूरत पर जोर दिया।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘गडकरी ने कार विनिर्माताओं से फ्लेक्स इंजन के देश में उत्पादन को प्राथमिकता देने को कहा। इसका इस्तेमाल एथेनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन का इस्तेमाल करने वाले वाहनों में हो सकता है।’’ मंत्री ने कहा कि देश में एथेनॉल अब आसानी से उपलब्ध होने लगा है। देश में पेट्रोल की 70 प्रतिशत खपत दोपहिया द्वारा की जाती है। ऐसे में फ्लेक्स ईंधन वाहनों के लिए घरेलू प्रौद्योगिकी विकसित करने की जरूरत है।
बढ़ सकती है ईंधन की खपत: इस बीच, सरकार को अनुमान है कि एक अप्रैल से शुरु होने वाले अगले वित्तवर्ष के दौरान भारत के ईंधन खपत में करीब 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
अनुमान के मुताबिक वर्ष 2021-22 में पेट्रोलियम उत्पादों की खपत 21 करोड़ 52.4 लाख टन की हो सकती है, जबकि 31 मार्च को समाप्त चालू वित्तवर्ष के लिए संशोधित अनुमान के हिसाब से 19 करोड़ 59.4 करोड़ टन की खपत हुई। यह छह वर्षों में ईंधन उत्पाद की खपत की सबसे तेज गति होगी।
आपको बता दें कि देश में पेट्रोल और डीजल के दाम अपने उच्चतम स्तर हैं। देश के कई हिस्सों में नॉर्मल पेट्रोल भी 100 रुपये के स्तर को पार कर चुका है। ये पहली बार है जब पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के पार है।