Hindustan Ambassador: देश की पहली डीजल कार, महज 14 हजार रुपये थी कीमत! जानिए इस आइकॉनिक कार से जुड़ी कुछ रोचक बातें
Hindustan Ambassador अपने दौर में लोगों के बीच एक स्टेट्स सिंबल हुआ करती थी। दशकों तक भारतीय सड़कों पर राज करने वाली इस कार को "किंग ऑफ इंडियन रोड्स" भी कहा जाता था।

Hindustan Ambassador Facts: देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी हिंदुस्तान मोटर्स की मशहूर सिडान कार Ambassador अपने समय की सबसे ज्यादा लोकप्रिय कारों में से एक थी। अपने दौर में यह आइकॉनिक कार लोगों की शान हुआ करती थी। देश के संभ्रात लोगों से लेकर राजनेताओं तक सबकी पहली पसंद हुआ करती थी। अब इस कार का मालिकाना हक फ्रांस की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Peugeot SA के पास है। तो आइये जानते हैं इस कार से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में –
ब्रिटिश कार का डिजाइन: भारत की सड़कों पर कई दशकों तक राज करने वाली Ambassador कार मुख्य रूप से ब्रिटिश कार Morris Oxford का सीरीज 3 मॉडल थी। इसका प्रोडक्शन साल 1957 में शुरू किया गया था। समय के साथ कंपनी ने इस कार में कई बदलाव किए और साल 2014 में आधिकारिक तौर पर इस कार का प्रोडक्शन बंद कर दिया। जिस समय इस कार की बिक्री बंद की गई उस वक्त यह देश की सबसे लंबे समय तक प्रोडक्शन की जाने वाली कार थी।
मेक इन इंडिया: मौजूदा समय में सरकार भी देश को आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम चला रही है। यह देश की पहली कार थी जो पूरी तरह से मेक इन इंडिया थी। यह अपने दौर में लोगों के बीच एक स्टेट्स सिंबल हुआ करती थी।
BMW का इंजन: इस कार में कंपनी ने 1489cc की क्षमता का इंजन प्रयोग किया था, जो कि BMW का B-सीरीज डीजल इंजन था। इतना ही नहीं यह देश की पहली डीजल इंजन कार थी। इस इंजन में 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन गियरबॉक्स का प्रयोग किया गया था। अपने दमदार इंजन क्षमता के लिए यह कार काफी मशहूर रही हैं, हालांकि आज के कारों के मुकाबले इसका परफॉर्मेंस स्लो जरूर था।
राजनेताओं की पहली पसंद: Ambassador कार को देश के राजनेताओं, सांसदों और सरकार उच्च अधिकारियों द्वारा खासा पसंद किया जाता था। लंबे समय तक इस कार से देश के प्रधानमंत्री से लेकर बड़े बड़े उद्योगपतियों ने सफर किया है। प्रोडक्शन के समय इस कार कार की कुल बिक्री का तकरीबन 16 प्रतिशत मॉडल अकेले सरकार खरीदती थी।
सबसे ज्यादा प्रोडक्शन: इस कार की शानदार डिमांड का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि साल 1984 में कंपनी ने इसके 1 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन किया था और साल 2004 में कंपनी ने रिकॉर्ड 9 लाख यूनिट्स कारों का प्रोडक्शन किया था।
कीमत: Hindustan Ambassador को जब लांच किया गया था उस वक्त इसकी कीमत तकरीबन 14,000 रुपये के आस पास थी। वहीं साल 2014 में कंपनी ने जब इस कार को डिस्कंटीन्यू किया उस वक्त इसकी कीमत 5.22 लाख रुपये थी। इस कार के कुल 7 जेनरेशन हैं और इसके पहले जेनरेशन का नाम Mark-1 था।
आकार: इसके फर्स्ट जेनरेशन मॉडल में कंपनी ने 1.5 लीटर की क्षमता का डीजल इंजन प्रयोग किया था। बाद में Ambassador Avigo को बाजार में पेश किया गया जो कि दो इंजन विकल्पों के साथ उपलब्ध थी, इसमें 2.0 और 1.8 लीटर की क्षमता का डीजल इंजन इस्तेमाल किया गया। इस कार की लंबाई 4,325 mm, चौड़ाई 1,662 mm और उंचाई 1,593 mm थी।
बेस्ट टैक्सी: इस कार ने अपने नाम कई खिताब किए, यहां तक कि इसे टॉप गियर द्वारा साल 2013 में दुनिया की बेस्ट टैक्सी का भी खिताब मिला। इस प्रतियोगिता में इस कार ने Volkswagen की मशहूर कार Beetle, रूस की लिमोजिन सहित लंदन की ब्लैक कैब तक को पीछे छोड़ा था। आज भी यह देश के कुछ हिस्सों में टैक्सी के रूप में प्रयोग की जाती है, विशेषकर कोलकाता में इस कार को काली पीली टैक्सी के नाम से भी जाना जाता रहा है।
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