Audi की कारें हुई ‘GLOSA’ से लैस, खत्म करेगी रेड लाइट पर रुकने की मुसीबत
Audi की 'GLOSA' नाम की ये नई तकनीक कई मायनों में फायदेमंद साबित होगी। इससे न केवल कार चालक को ट्रैफिक सिग्नल पर फंसने से निजात मिलेगी बल्कि इससे ईंधन की खपत पर भी लगाम लगेगी।

ट्रैफिक जाम और सिग्नल पर लाइट के ग्रीन होने का इंतजार करना भला किसे पसंद होता है। हर कोई इस समस्या से हर रोज दो चार होता है। लेकिन जर्मनी की प्रमुख लग्जरी कार निर्माता कंपनी ऑडी ने अपने कारों में ऐसी तकनीक का प्रयोग करेगी जो कि चालक को ट्रैफिक सिग्नल को सही समय पर क्रॉस करने और ग्रीन लाइट ऑन होने की सटीक जानकारी देगा।
ऑडी की इस नई तकनीक को ‘GLOSA’ (Green Light Optimised Speed Advisory) नाम दिया गया है। इस तकनीक का प्रयोग कंपनी की आने वाली नई कारों में किया जाएगा। ये तकनीक कई मायनो में बेहद ही खास है। ये चालक को केवल इतना ही नहीं बताएगा कि सिग्नल कितनी देर तक ग्रीन रहेगा बल्कि वो एक अनुमानित स्पीड के बारे में भी बताएगा ताकि उस स्पीड पर गाड़ी को ड्राइव कर के ग्रीन सिग्नल को क्रॉस किया जा सके।
दरअसल, ये तकनीक ट्रैफिक सिग्नल और कार के तत्काल लोकेशन की मदद से जानकारी इकट्ठा कर के काम करेगी। इन जानकारियों के अनुसार ही ‘GLOSA’ कार के डिस्प्ले पर अनुमानित स्पीड दर्शाएगा ताकि उस स्पीड पर कार ड्राइव कर के सिग्नल को क्रॉस किया जा सके।
बेशक ये सिस्टम ट्रैफिक जाम और सिग्नल में फंसने से लोगों को बचाएगा। इसके अलावा इससे एक और सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि इससे ईंधन की खपत को भी कम किया जा सकेगा। ज्यादातर लोग ट्रैफिक सिग्नल के ग्रीन होने के इंतजार करते हैं और गाड़ी के इंजन को आॅन रखते हैं।
ऐसा नहीं है कि कंपनी ने इस तरह की तकनीक का प्रयोग पहली बार अपनी कारों में किया है। इससे पहले कंपनी ने सन 2016 में ट्रैफिक लाइट इन्फॉर्मेशन सिस्टम का प्रयोग अपनी कारों में किया था। लेकिन ये सिस्टम केवल ट्रैफिक सिग्नल की दूरी बताता था। वहीं ये नई ‘GLOSA’ तकनीक उससे कहीं ज्यादा आधुनिक और बेहतर है।
हालांकि अभी इस तकनीक का प्रयोग अमेरिका में बेचे जाने वाले मॉडल्स में ही किया है। फिलहाल भारतीय बाजार में पेश किए जाने वाले मॉडल्स में इस तकनीक का प्रयोग किया जाएगा या नहीं अभी इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।