बजट के बाद, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के शेयर की कीमतों में 11 फीसद और एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस में 10 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।बीमा क्षेत्र के विश्लेषकों का कहना है कि कई करदाता बीमा को सिर्फ धारा 80सी के तहत मिलने वाली छूट का लाभ लेने के लिए ही खरीदते हैं। नई टैक्स व्यवस्था के ज्यादा फायदेमंद होने पर ज्यादा करदाता इसे चुनेंगे तो बीमा पालिसी की बिक्री पर असर पड़ेगा। प्रस्ताव के अनुसार बीमित व्यक्ति की मृत्यु की स्थित में प्राप्त होने वाली राशि पर मौजूदा कर छूट बरकरार रहेगी। नई व्यवस्था 31 मार्च, 2023 तक जारी बीमा पालिसी पर लागू नहीं होगी।
अर्थशास्त्री निधि मनचंदा ने कहा कि वित्त विधेयक से मिले झटकों में से एक जीवन बीमा पालिसी की परिपक्वता आय पर कराधान से संबंधित है। उन्होंने कहा कि यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि यदि किसी व्यक्ति के पास एक से अधिक जीवन बीमा पालिसी हैं जो एक अप्रैल 2023 के बाद जारी की गई हो और यदि ऐसी पालिसी के प्रीमियम की कुल राशि पांच लाख रुपए से अधिक है, तो परिपक्वता राशि कर योग्य होगी।
भारतीय जीवन बीमा निगम 4,21,213 करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण के साथ देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है और अडाणी समूह में इसका निवेश 36,474.78 करोड़ रुपए है। अडाणी समूह की वित्तीय अस्थिरता के जोखिम के साथ युग्मित एक बीमा कंपनी होने के नाते, आज का सत्र एलआइसी के शेयरों के लिए दोहरी मार वाला था।
एलआइसी के शेयर की कीमत 10.7 फीसद गिरकर 582.95 रुपए के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गई। वहीं, एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस का शेयर इंट्राडे में 10 फीसद गिरकर 1,097.95 रुपए पर, आइसीआइसीआइ प्रूडेंशियल लाइफ 9.88 फीसद गिरकर 407.50 रुपए पर और एचडीएफस लाइफ इंश्योरेंस का शेयर 11 फीसद गिरकर 515 रुपए के स्तर पहुंच गए।