AIIMS: एम्स को पिछले साल के 4400.24 करोड़ के मुकाबले इस बार महज 4134.57 करोड़ का ही प्रावधान किया गया है। वहीं, सफदरजंग अस्पताल के बजट में मामूली बढ़ोत्तरी के बावजूद जरूरत भर का पैसा नहीं मिला। केंद्र के अन्य अस्पतालों के बजट में हल्की बढ़ोत्तरी की गई है।
केंद्र सरकार ने देश के स्वास्थ्य सेवा के लिए कुल बजट 86,175.00 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसमें पिछले साल के 76,370.40 करोड़ की तुलना में मामूली बढ़ोत्तरी की गई है। यह जीडीपी का कुल 2.1 फीसद है, लेकिन इस बार बजट में देश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान एम्स के बजट में भारी कटौती की गई है। एम्स दिल्ली को इस बार 4134.67 करोड़ रुपए दिए गए हैं। जो पिछले साल संशोधित बजट में 4400.24 करोड़ रुपए था। यह ही नहीं एम्स के बजट को पिछले साल के पिछले साल के मूल बजट में किए प्रावधान 4190.00 से भी कम है। एम्स को सन 2021 -22 के बजट में 3651.50 करोड़ का प्रावधान किया गय था।
फोर्डा के पूर्व अध्यक्ष डा मनीष ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवा में जीडीपी का कम से कम तीन फीसद बजट का प्रावधान करने की सालों से जरूरत महसूस की जा रही है, लेकिन अभी तक हम उस लक्ष्य से काफी पीछे हैं। मानव संसाधन को बढ़ाने व बेहतर माहौल दिए बिना मरीजों का कल्याण नहीं हो सकता। बीमारी के उपचार के इंतजाम बढ़ाने के साथ बीमारी से बचाव की योजनाओं को बढ़ावा देना होगा। इसलिए उस दिशा में निवेश की जरूरत है।
वहीं सफदरजंग अस्पताल और वर्धमान महावीर मेडिकल कालेज को इस बार 1853.34 रुपए दिए गए हैं। जबकि अस्पताल सूत्रों के मुताबिक अस्पताल की जरूरत कम से कम 2100 करोड़ की है, लेकिन मांग भेजने के बावजूद 300 करोड़ कम मिले। हालांकि, यह पिछले साल के बजट1760.15 करोड़ रुपए के मुकाबले कुछ अधिक है। डा राम मनोहर लोहिया अस्पताल और अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली को इस बार 1272.18 करोड़ रुपए का आंबटन किया गया है। जो पिछले साल के बजट में 1112.61 करोड़ रुपए था।
केंद्र सरकार के अस्पताल लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज और एसके अस्पताल को इस बार 768.15 दिया गया जो पिछले बजट में 649.95 करोड़ रुपए था। कलावती सरन चिल्ड्रेन्स हास्पिटल, को इस बजट में 168.53 करोड़ रुपए का प्रावधान दिया गया है। जबकि पिछले साल यह 157.86 करोड़ रुपए था। इसके अलावा लालारामस्वरूप टीबी अस्पताल ,पटेल चेस्ट अस्पताल व अन्य अस्पतालों को 1067.59 करोड़ रुपए देने का प्रावधान किया है।