योगगुरु बाबा रामदेव के नेतृत्व वाले पतंजलि ग्रुप की कंपनी रूचि सोया ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2021-22 की मार्च तिमाही के नतीजे पेश किए। कंपनी की आय और मुनाफे में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इसके साथ कंपनी ने निवेशकों के लिए डिविडेंड देने का ऐलान किया है।
कंपनी की ओर से शेयर बाजार को दी गई सूचना के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी के आय में 48.22 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस साल रूचि सोया की आय 24,284 करोड़ रुपए रही जो पिछले वित्त वर्ष में करीब 16,382 करोड़ रुपए थी। वहीं, इस दौरान कंपनी के मुनाफे में भी 18.50 फीसदी का इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 806 रुपए का मुनाफा हुआ है जो पिछले वित्त वर्ष में करीब 680 करोड़ रुपए था।
मार्च तिमाही में मुनाफा गिरा: मार्च तिमाही में रूचि सोया के मुनाफे में 25 फीसदी की गिरावट आई है। मार्च तिमाही में कंपनी को 234 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है जबकि पिछले साल समान अवधि में कंपनी को 314 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
250 फीसदी डिविडेंड का ऐलान: नतीजे जारी करते हुए रूचि सोया ने 2 रुपए की फेस वैल्यू वाले शेयर पर 5 रुपए डिविडेंड देने का ऐलान किया। कंपनी की ओर से यह अब तक का सबसे बड़ा डिविडेंड है। इससे पहले 2008 में कंपनी ने 25 फीसदी डिविडेंड का ऐलान किया था।
रूचि सोया के नतीजों पर बाबा रामदेव ने कहा कि दुनिया में युद्ध और महंगाई के बावजूद कंपनी का वार्षिक टर्नओवर 24,284 करोड़ रुपए से अधिक रहा है। जून के अंत तक रूचि सोया का नाम बदलकर पतंजलि फूड हो जाएगा। हमारा उद्देश्य शेयरधारकों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना है।
बता दें, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के तहत आने वाले फूड पोर्टफोलियो को रूचि सोया को हस्तांतरित फैसला किया है, यानि पतंजलि ग्रुप का फूड कारोबार अब रूचि सोया के चलाएगी। इस हस्तांतरण पर रूचि सोया को करीब 690 करोड़ रुपए में बेचा जाएगा।
रूचि सोया के शेयर में दिखी तेजी: नतीजे आने के बाद रूचि सोया के शेयर में 3 फीसदी की बढ़त देखी गई। कंपनी का शेयर 1129 रुपए के ऊपरी स्तर पर बंद हुआ।