कोरोनिल से फिर चर्चा में बाबा रामदेव की पतंजलि, जानिए कंपनी के मुनाफे से लेकर कमाई तक का हिसाब
Baba Ramdev led Patanjali, Coronil Covid Treatment : वित्त वर्ष 2019-20 में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड का मुनाफा 21.56 प्रतिशत बढ़कर 424.72 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की कुल आय 9,087.91 करोड़ रुपये थी।

Baba Ramdev led Patanjali, Coronil Covid Treatment : योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) काफी चर्चा में है। दरअसल, पतंजलि ने दावा किया है कि कोविड-19 के इलाज में सहायक दवा के रूप में उसके कोरोनिल टैबलेट को आयुष मंत्रालय से प्रमाण पत्र मिल गया है। कंपनी के इस टैबलेट को प्रमाण पत्र विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमाणन योजना के तहत मिला है। आइए जानते हैं पतंजलि की कमाई और खर्चे का पूरा हिसाब।
वित्त वर्ष 2019-20 में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड (Patanjali Ayurved) का मुनाफा 21.56 प्रतिशत बढ़कर 424.72 करोड़ रुपये रहा। कारोबारी जानकारी देने वाले मंच टॉफलर ने ये जानकारी दी थी। इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में 349.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) की परिचालन आय 9,022.71 करोड़ रुपये , जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 8,522.68 करोड़ रुपये के मुकाबले 5.86 प्रतिशत अधिक है।
वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी की कुल आय 9,087.91 करोड़ रुपये थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 8,541.57 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन अवधि में पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) का कुल व्यय 5.34 प्रतिशत बढ़कर 8,521.44 करोड़ रुपये रहा।
योग गुरु रामदेव द्वारा प्रवर्तित इस संगठन का कर पूर्व लाभ वित्त वर्ष 2019-20 में 25.12 प्रतिशत बढ़कर 566.47 करोड़ रुपये था। आंकड़ों के अनुसार एक साल पहले की समान अवधि में यह 452.72 करोड़ रुपये था।
बता दें कि बाबा रामदेव ने दावा किया है कि सरकार ने कोरोनिल टैबलेट को ‘कोविड-19 के इलाज में सहायक उपाय’ के रूप में मान्यता दी है। रामदेव ने कहा, ‘‘कोविड पर कोरोनिल के प्रभाव को लेकर अध्ययन कई प्रमुख पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं…यह न केवल कोविड के इलाज में काम करेगा बल्कि उसकी रोकथाम और ठीक करने के साथ उसके बाद के प्रभाव में भी मददगार होगा।’’
उन्होंने दावा किया कि यह भारत की पहली कंपनी है, जिसे इस प्रकार का लाइसेंस मिला है। पतंजलि ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में कोरोनिल के लिये आयुष मंत्रालय से प्रमाण पत्र मिलने की घोषणा की।