अंतरराष्ट्रीय बाजार (international markets) में डॉलर की कमजोरी के चलते सोने की कीमतों (Gold prices) में वृद्धि हुई है। मंगलवार को सोने की कीमत 57,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के साथ-साथ भौतिक बाजारों में सोने की कीमतें 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गईं। वहीं विश्लेषकों को उम्मीद है कि सोना जल्द ही 60,000 रुपये को पार कर जाएगा। उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि शादियों के सीजन में मांग के कारण भी तेजी देखने को मदद मिल रही है।
डॉलर में कमजोरी की वजह से सोने के दम बढ़े
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) द्वारा दर-वृद्धि होने के बाद से डॉलर अधिकांश प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हो रहा है। इससे सोने की कीमतों में कमजोरी आई। नतीजतन मार्च की शुरुआत में 2022 के उच्च स्तर लगभग $1,950 प्रति औंस से यह अक्टूबर की शुरुआत में 1,636 डॉलर के निचले स्तर तक गिर गया। जैसे-जैसे फेड के दर वृद्धि के फैसलों में मंदी की बातें होने लगीं, सोना भी बढ़ने लगा। यह डॉलर की कमजोरी के कारण हो रहा।
कामा ज्वैलरी के एमडी कॉलिन शाह (Colin Shah) ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “सोने में तेजी की मुख्य वजह डॉलर में कमजोरी है। यूएस फेड ने धीमी दर वृद्धि या 25 बेसिस पॉइंट्स (100bps = 1 प्रतिशत बिंदु) की अंतिम दर वृद्धि का संकेत दिया। पश्चिम में मंदी का डर भी डॉलर पर दबाव के रूप में सोने को मजबूती प्रदान कर रहा है, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं।
स्थानीय बाजार में भी अक्टूबर-नवंबर 2022 (October-November 2022) के दौरान सोना 50,000 रुपये के स्तर से नीचे गिरने के बाद अब ऊपर की ओर बढ़ रहा है। कोटक सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान घरेलू सोने की कीमतें अधिक लचीली थीं, विशेष रूप से रुपये के तेज गिरावट के कारण यह हुआ। बता दें कि रुपया 2022 में 10% से अधिक गिर गया। (यह भी पढ़ें: Patanjali को सरकार से 4.3 करोड़ का ठेका मिला है।)
62 हजार तक जा सकता सोना
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के 2,078 डॉलर के अब तक के सर्वोच्च स्तर को पार करने की उम्मीद है। कोटक सिक्योरिटीज के रवींद्र राव के अनुसार घरेलू बाजार में सोने के मूल्य का लक्ष्य 60,000-62,000 रुपये है। हालांकि अगर मुद्रास्फीति धीमी रहती है और यूएस फेड अपनी दर वृद्धि की होड़ में विराम लेता है, तो पहली छमाही के दौरान लक्ष्य मूल्य पहले प्राप्त किया जा सकता है।