निवेशकों के लिए लकी साबित हो रही अनिल अंबानी की डूबती कंपनी, फिर हुआ मुनाफा
रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी के रिलायंस समूह की अहम कंपनी है। इस पर कुल वित्तीय बोझ 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

Anil Ambani led Reliance Capital: कर्ज में डूबे अनिल अंबानी के सामने एक से बढ़कर एक चुनौतियां हैं। इन चुनौतियों के बीच अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल के निवेशकों की खूब कमाई हो रही है।
रिलायंस कैपिटल के शेयर में करीब 5 फीसदी का इजाफा: दरअसल, अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस कैपिटल के शेयर भाव में करीब 5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को रिलायंस कैपिटल का शेयर भाव 12.13 (+4.93%) रुपये के स्तर पर रहा। आपको बता दें कि 19 मार्च यानी बीते शुक्रवार को यही शेयर भाव 10 रुपये के स्तर पर रहा।
इस लिहाज से सिर्फ दो दिन में प्रति शेयर भाव 2 रुपये से ज्यादा बढ़ गया है। रिलायंस कैपिटल के मार्केट कैपिटल की बात करें तो 306 करोड़ रुपये के स्तर पर है। 13 मार्च के लिहाज से देखें तो अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल के शेयर में मामूली गिरावट है। अगर बीते एक महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो रिलायंस कैपिटल का शेयर निवेशकों के लिए काफी लकी साबित हो रहा है। इसके शेयर में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
आपको बता दें कि रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी के रिलायंस समूह की अहम कंपनी है। इस पर कुल वित्तीय बोझ 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है। बीते दिसंबर तिमाही में कंपनी को कुल 4018 करोड़ का घाटा हुआ है।
शेयर बाजार का क्या रहा हाल: इस बीच, भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को सुधार दिखा। बीएसई का 30 कंपनी शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 280 अंक यानी 0.56 प्रतिशत बढ़कर 50,051 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (निफ्टी) 78.35 अंक यानी 0.53 प्रतिशत बढ़कर 14,815 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट में सबसे अधिक करीब तीन प्रतिशत की बढ़त रही। इसके साथ ही इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक,एचडीएफसी बैंक, टाइटन, एक्सिस बैंक, स्टेट बैंक और मारुति के शेयर भी बढ़त लेकर बंद हुए।
इसके उलट ओएनजीसी, पावरग्रिड, आईटीसी, एनटीपीसी, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा और एचडीएफसी के शेयरों में गिरावट का रुख रहा। एशिया के अन्य बाजारों में शंधाई, हांग कांग, टोक्यो और सिओल के बाजारों में गिरावट दिखी वहीं, यूरोपीय शेयर बाजारों में रुझान नरम थे।