Ambani VS Adani: अडानी ग्रुप की ओर से 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए आवेदन जमा किया जा चुका है। अडानी ग्रुप अब देश की तमाम बड़ी टेलिकॉम कंपनियों जैसे रिलायंस जियो, भारतीय एयरटेल और वोडाफोन आईडिया के साथ मिलकर 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के बोली लगायगा। यानी इतना तो साफ है कि आगामी टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की अडानी और अंबानी की कंपनियों के जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलेगा। भारत के दो सबसे अमीर कारोबारियों के बीच ये मुकाबला नया नहीं है। दोनों के बीच इससे पहले भी कई सेक्टरों में कारोबारी जंग जारी है। आइए जानते है और किन- किन सेक्टरों में मुकाबला कर रहे हैं दिग्गज कारोबारी…..
पेट्रोकेमिकल: अडानी ग्रुप, गुजरात में अडानी पोर्ट की ओर से चलाए जाने वाले मुंद्रा पोर्ट के निकट पेट्रोकेमिकल का एक बड़ा प्लांट लगाने का ऐलान कर चुका है। इसके लिए पिछले साल अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के अंतर्गत अडानी पेट्रोकेमिकल लिमिटेड (APL) का गठन किया है। बिजनेस न्यूज वेबसाइट मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, इस पेट्रोकेमिकल प्लांट को लगाने के लिए एपीएल 4 बिलियन डॉलर का निवेश करने वाला है और इसके लिए बीएएसएफ एसई, अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) और बोरेलिस एजी के साथ साझेदारी भी की है।
इस सेक्टर में अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुरू से प्रभुत्व रहा है। रिलायंस के पास गुजरात के जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी है।
ग्रीन एनर्जी: ग्रीन एनर्जी सेक्टर में अंबानी और अडानी में सीधा मुकाबला हो रहा है। मुकेश अंबानी ग्रीन एनर्जी में 10 बिलियन डॉलर के निवेश का ऐलान कर चुके हैं। इस निवेश के जरिए चार गीगा फैक्ट्री की स्थापना होगी। इन फैक्ट्रियों में सोलर मॉड्यूल, हाइड्रोजन, फ्यूल सेल्स और बिजली के स्टोरेज के लिए बैटरी ग्रिड बनाया जाएगा। वहीं, अडानी ग्रुप भी 2030 विश्व का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादक बनना चाहता है। मौजूदा समय में अडानी ग्रुप की अडानी ग्रीन एनर्जी को इस सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में से गिना जाता है।
मीडिया: इस अडानी बिजनेस न्यूज चैनल ब्लूमबर्ग क्विंट में 49 फीसदी हिस्सा खरीद चुके हैं जबकि इस सेक्टर में रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाला न्यूज 18 ग्रुप मौजूद है।