Ambuja Cement: अडानी ग्रुप अंबुजा सीमेंट में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है। फाइनेंशियल टाइम्स ने इस मामले से परिचित लोग के हवाले अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ने गुरुवार को अपने सीमेंट बिजनेस- अंबुजा सीमेंट में 4% से 5% हिस्सा बेचने के लिए अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं से औपचारिक अनुरोध किया है।
हालांकि इस बारे में जब न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अडानी ग्रुप से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की तो उन्होंने तुरंत कोई जवाब नहीं दिया। पिछले साल ही अडानी ग्रुप ने भारत में होल्सिम एजी के सीमेंट बिजनेस (Holcim AG’s Cement Businesses) – अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) और एसीसी लिमिटेड (ACC Ltd) – का अधिग्रहण $10.5 बिलियन में किया था, जो अब तक अडानी का सबसे बड़ा अधिग्रहण है।
बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद से अडानी को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। अडानी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई लेकिन अब उसके लिए चीजें बेहतर होती दिखाई दे रही हैं। अब अडानी द्वारा ये फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब समूह इनवेस्टर्स के विश्वास को फिर से बनाना चाहता है।
हाल ही में अडानी ने समय के पहले अपने कई लोन्स का भुगतान कर अपने से जुड़े लोगों की चिंताएं दूर करने का प्रयास किया है। कुछ दिन पहले आई एक रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि गौतम अडानी और उनके परिवार ने अपने समूह अदानी समूह के शेयरों द्वारा समर्थित सभी उधारों का भुगतान किया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में क्या कहा गया?
हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) के अडानी समूह पर स्टॉक (Adani Stocks) हेरफेर और टैक्स हेवन के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया गया। इसके अलावा भी रिपोर्ट में अडानी समूह पर कई आरोप लगाए गए थे। रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह को बड़ा नुकसान भी हुआ। रिपोर्ट का जवाब देते हुए अडानी ने कहा कि इसे भारत पर सुनियोजित हमला बताया था। अडानी समूह ने रिपोर्ट को गलत बताते हुए कहा कि यह आधे अधूरे तथ्यों के जरिए बनाई गई है।