नारीशक्ति को देश की विकास यात्रा का अभिन्न अंग बना रही है मेरी सरकार: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में नारी शक्ति का उल्लेख करते हुए आज कहा कि सरकार इसे अपनी विकास यात्रा का अभिन्न अंग बना रही है और उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में नारी शक्ति का उल्लेख करते हुए आज कहा कि सरकार इसे अपनी विकास यात्रा का अभिन्न अंग बना रही है और उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। बजट सत्र के आरंभ में संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा, ‘‘मेरी सरकार नारी शक्ति को देश की विकास यात्रा का अभिन्न अंग बना रही है। हमारे देश में महिलाओं को समान अवसर प्राप्त करने का हक है। रियो ओलंपिक में पी वी सिंधु, साक्षी मलिक, दीपा करमाकर और कई अन्य महिला खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शर पर हमें गर्व है और यह महिला शक्ति की कामयाबी का प्रतीक है।’
उन्होंने सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘महिलाएं सशस्त्र सेनाओं के लड़ाकू दस्ते में भी शामिल हो रही हैं। पहली तीन महिला फाइटर विमान पायलटों पर राष्ट्र को गर्व है। यह हमें स्मरण कराता है कि यदि महिलाएं पूर्ण रूप से सशक्त हों और उनकी प्रतिभा तथा कौशल का इष्टतम उपयोग किया जाए तो एक राष्ट्र के रूप में हम बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।’
मुखर्जी ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘घटते बालिका लिंगानुपात के समाधान हेतु शुरू की गयी ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। लड़कियों के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने की दृष्टि से सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की गयी जिसमें एक करोड़ से भी अधिक खाते खोले गये और 11 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि जमा हुई है।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सभी गर्भवती महिलाओं को सक्षम चिकित्सा परिचरों द्वारा एंटी-नेटल उपचार की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। मातृत्व सुरक्षा अधिनियम में संशोधन और प्रसूति अवकाश अवधि को 12 सप्ताह से 26 सप्ताह तक बढ़ाने से गर्भवती महिलाओं को कार्यस्थल पर सहायता मिलेगी।
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