social thought
दुनिया मेरे आगेः आंकड़ों में जीवन
सरकार हो या बाजार, इन सबके पास महामारी से मरने वालों का आंकड़ा है और उससे लड़ कर जीतने वालों का भी। बाजार इन आंकड़ों को अपने हित में भुनाने में लगा है। वहीं लोक कल्याणकारी कही जाने वाली सरकारें भी इसी पथ पर अग्रसर हैं।
तीरंदाज: खाली तसला
जिंदगी चलाने के लिए ठेकेदार का मुरीद होना मेरे लिए एक मजबूरी जरूर है, पर इस तसले को अपने खालीपन की सार्थकता भी समझ में आ गई है। मैं समझ गया हूं कि यह एक ऐसी जीवन शैली है, जो गारे की तरह व्यस्तता की ईंटों के बीच में दब कर सूख गई थी।
जीवन सूत्र: किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार…
नाम था दुखभंजन। कहते थे कि खुदा से उनका साक्षात्कार होता रहता है। स्वभाव से बहुत सीधे सरल, मिलनसार, स्नेही और हमेशा खुशदिल। उनका कहना था कि वे जिस से भी मिलते उसका दुख हर लेते थे। सब लोग उनका बहुत सम्मान करते थे।