Religion
कबाड़ रखने के लिए क्या है सही दिशा, जानें क्या कहता है वास्तुशास्त्र
वास्तु के मुताबिक घर के पूर्वी हिस्से में कबाड़ रखने से अनहोनी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ की उस घर के सरकारी कामों के होने में काफी बाधा आने लगती है।
किन फूलों से करनी चाहिए विष्णु जी की पूजा, जानिए
ऐसा कहा जाता है कि विष्णु जी को कमल का फूल बहुत पसंद है। इसलिए उनकी पूजा में इसका जरूर इस्तेमाल करना चाहिए।
कुंती ने भगवान श्रीकृष्ण से मांगा था दुख भोगने का वरदान, ये थी वजह
ऐसा कहा जाता है कि कृष्ण जी कुंती के पास जाकर कहे थे कि आप(बुआ) उनसे कोई वरदान मांग लें। इस पर कुंती ने कहा था कि यदि आप मुझे कोई वरदान देना ही चाहते हैं तो मुझे दुख भोगने का वरदान दीजिए।
लक्ष्मी जी की इस तस्वीर की पूजा करने से दरिद्रता दूर होने की है मान्यता
आपने लक्ष्मी जी की कुछ ऐसी तस्वीरें देखी होगीं जिनमें उनके ऊपर दोनों ओर से हाथियां धन की बरसात कर रही होती हैं। ऐसा कहा जाता है कि लक्ष्मी जी की इस तस्वीर की पूजा करना बहुत ही शुभ होता है।
गणेश जी को समर्पित है यह दिन, जानिए गणपति को लगाना चाहिए किसका भोग
कहते हैं कि गणेश जी को मोदक बहुत ही पसंद है। इसीलिए उन्हें मोदकप्रिय के नाम से भी जाना जाता है।
समुद्र शास्त्र के अनुसार लंबी ठोड़ी वाले होते हैं बड़े जिद्दी, जानिए बाकियों का हाल
समुद्रशास्त्र की मानें तो जिन लोगों की ठोड़ी सामान्य आकार की होती है, वे लोग काफी कम बोलते हैं। इन्हें ज्यादा बोलना पसंद नहीं होता और ये झूठ बोलने से भी काफी दूर रहते हैं।
जानिए राम-रावण युद्ध के समय लंकापति की ओर से क्यों गए थे भगवान शिव
प्रंसग के मुताबिक शिव जी पार्वती से कहते हैं कि हम भी रावण की ओर से रणभूमि में राम के खिलाफ गए थे। यह सुनकर पार्वती जी को काफी आश्चर्य होता है और वह शिव से पूछती हैं कि आप राम के खिलाफ लड़ने गए थे?
MP के इस मंदिर में सिर के बल खड़ी है बजरंग बली की मूर्ति, जानिए वजह
प्रसंग के मुताबिक, हनुमान जी राम और लक्ष्मण की तलाश में पाताल लोक पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने पातालराज अहिरावण से युद्ध करके उसका नाश कर दिया।
किस रंग के फूल से करनी चाहिए बजरंग बली की पूजा, जानिए
कहते हैं कि जिस व्यक्ति के ऊपर हनुमान जी की कृपा होती है, वह आजीवन भय मुक्त हो जाता है। ऐसे लोग साहस से भरे होते हैं और बड़े से बड़े कार्यों को काफी सरलता से पूरा कर देते हैं।
…जब शिवजी के तेज से पैदा हुआ जलंधर पार्वती को ही करने लगा परेशान, जानिए कैसे देवताओं ने पाया छुटकारा
प्रसंग के मुताबिक जलधंर का विवाह वृंदा नाम की महिला से हुआ था। वृंदा अत्यन्त पतिव्रता महिला थी। ऐसे में जलंधर को हरा पाना देवी-देवताओं के लिए भी कठिन हो गया था।
इस बात को लेकर सीता और लक्ष्मण जी में हुई थी लड़ाई, पढ़ें यह दिलचस्प प्रसंग
रामायण का यह प्रसंग भगवान राम और मां सीता के विवाह के समय का है। कहते हैं कि जब राम जी सीता को ब्याहकर अयोध्या लाए थे तो पहली रात ही सीता और लक्ष्मण में लड़ाई हो गई थी।
शिव जी को दूध अर्पित करने से ग्रह दोष दूर होने की है मान्यता, जानिए सही विधि
ऐसा कहा जाता है कि जिस व्यक्ति पर शिव जी की कृपा होती है, उसे अपने जीवन में किसी तरह की मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ता।
इस तरह से भगवान विष्णु को हुई थी सुदर्शन चक्र की प्राप्ति
मालूम हो कि सुदर्शन चक्र को ब्रम्हाण्ड का सबसे शक्तिशाली चक्र बताया गया है। कहते हैं कि भगवान विष्णु को यह शिव जी से प्राप्त हुआ था।
जानिए किस देवी-देवता को अर्पित करना चाहिए कौन सा भोग
यदि मां दुर्गा की बात करें तो उन्हें खीर, केला और नारियल बहुत पसंद है। कहते हैं कि पूरी श्रद्धा भाव से दुर्गा जी को इनका भोग लगाने से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।
जानिए क्या होता है चरणामृत, क्यों किया जाता है इसका पूजा-पाठ में इस्तेमाल
ऐसी मान्यता है कि चरणामृत के सेवन से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता आती है। उस व्यक्ति के जीवन से नकारात्मक भाव दूर हो जाते हैं और वह समृद्धि को प्राप्त करता है।
इस वजह से किया जाता है हवन में आम की लकड़ी का प्रयोग
हिंदू धर्म में होने वाले विवाह के दौरान भी हवन कराने का प्रचलन है। कहते हैं कि हवन में आम की लकड़ी का प्रयोग करने से वर और वधु के जीवन में सुख-शांति व समृद्धि आती है।
गुलाबनंद ओझा बने बाबा बैद्यनाथ मंदिर के 29वें सरदार पंडा
परंपरा मुताबिक गुलाबनंद ओझा का मुंडन कराया गया। सात नदियों के जल से स्नान कराया गया। तिलक लगाकर उन्हें बाबा मंदिर के गर्भगृह ले जाया गया, जहां पर उन्होंने पूजा-अर्चना की।
मान्यता है कि रुद्रप्रयाग के इस मंदिर में हुआ था शिव-पार्वती का विवाह
ऐसा कहा जाता है कि केदारनाथ की यात्रा से पहले त्रियुगी नारायण मंदिर आना चाहिए। ऐसा करने से शिव जी काफी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं।